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आधार कार्ड कब लागू हुआ | आधार कार्ड कब से बनना शुरू हुआ | UP में आधार कार्ड कब लागू हुआ | भारत में आधार कार्ड कब लागू हुआ | https://uidai.gov.in/ | Aadhar card kab lagu hua
Aadhar Card Kab Se Lagu Hua Hai : आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिसमें व्यक्ति की पहचान की सत्यता सत्यापित की जाती है। इसका उपयोग विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी सुविधाओं में होता है और यह एक व्यक्ति के व्यक्तिगत और आर्थिक जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को सुनिश्चित करने में मदद करता है। इस लेख में, हम आपको आधार कार्ड के महत्व, उपयोग, लाभ, और इसके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।
आधार कार्ड क्या है? | What is Aadhar Card in Hindi
आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा प्रमाणित किया गया एक आइडेंटिफिकेशन डॉक्यूमेंट है जिसमें व्यक्ति की महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि नाम, पता, उम्र, जन्मतिथि, बायोमेट्रिक डेटा, और आधार नंबर शामिल होते हैं। यह एक व्यक्ति की पहचान की सत्यता को सत्यापित करने के लिए उपयोग होता है और विभिन्न सरकारी सुविधाओं और योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में मदद करता है। आधार आप को भारत का नागरिक होने का प्रमाण नहीं देता हैं बल्कि सिर्फ व्यक्ति की पहचान और पते का प्रमाण देता है, दोस्तो चलिये आगे आप को बताते है कि भारत मे Aadhar Card Kab Se Lagu Hua हैं।
आधार कार्ड भारत में कब लागू हुआ ?
आधार कार्ड भारत में 28 जनवरी 2009 को गठन का नोटिफिकेशन जारी किया गया था आधार कार्ड से संबन्धित सभी जानकारी नीचे विस्तार से चर्चा करेंगे जिससे आधार कार्ड से जुड़ा आप के सभी सवालो का जबाब आप को मिल सकें।
Aadhar Card Kab Se Lagu Hua | आधार कार्ड का इतिहास
आधार कार्ड का इतिहास बहुत महत्वपूर्ण है जो हमें इसके महत्व की समझ में मदद करता है। आधार कार्ड की शुरुआत 28 जनवरी 2009 में हुई थी यह पहला राष्ट्रीय आइडेंटिफिकेशन प्रोजेक्ट था जिसका मुख्य उद्देश्य था भारतीय नागरिकों को एक यूनिक आइडेंटिटी प्रदान करना था।
28 जनवरी, 2009 को योजना आयोग ने विशिष्ट संख्या वाले पहचान पत्र (Aadhar Card) को बनाने के लिए यूआईडीएआई (Unique Identification Authority of India) के गठन का नोटिफिकेशन जारी किया। इंफोसिस के संस्थापक नंदन नीलेकणी को इसका चेयरमैन बनाया गया।
Aadhar Card Kab Se Lagu Hua Overview
Aadhar Card Kab Se Lagu | 28 जनवरी 2009 |
भारत में सबसे पहले आधार कार्ड किसका बना | रंजना सोनावाने (महाराष्ट्र) |
आधार कार्ड Agency | Unique Identification Authority of India |
Head Office | New Delhi (India) |
Official Website | https://uidai.gov.in/ |
Customer Care Number | 1947 (Toll free) |
Email Help | help@uidai.gov.in |
सितंबर, 2010 में सरकार ने प्रायोगिक तौर पर महाराष्ट्र राज्य के कुछ ग्रामीण इलाकों में आधार कार्ड योजना को लॉन्च किया। दिसंबर में सरकार ने नेशनल आइडेंटिफिकेशन आथॉरिटी ऑफ इंडिया बिल 2010 संसद में पेश किया। इसके बाद विधेयक पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए विधेयक को वित्तीय मामलों की स्टैंडिंग कमेटी के पास भेजा गया।
सितंबर 2011 तक अलग-अलग जगहो से 10 करोड़ लोगों ने आधार कार्ड बनवाया। दिसंबर 2011 में स्टैंडिंग कमेटी ने अपनी रिपोर्ट संसद में पेश की। इस रिपोर्ट में कमेटी UIDAI बिल पर सवाल उठाए। कमेटी ने बहुत से सवाल किया था इसमे से एक सवाल सबसे पहले यह था कि इस परियोजना के तहत लोगों की निजता और संवेदनशील जानकारी का कैसे ख्याल रखा जाएगा?
7 फरवरी 2012 को UIDAI (Unique Identification Authority of India) ने आधार का ऑनलाइन वेरिफिकेशन शुरू किया। इसके बाद 26 नवम्बर को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आधार से लिंक खातों के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) स्कीम की शुरूआत की। 30 नवंबर 2012 को कर्नाटक हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज केएस पुट्टास्वामी ने कोर्ट में जनहित याचिका दायर की। कुछ अन्य लोग भी आधार के खिलाफ कोर्ट पहुंचे। जज केएस पुट्टास्वामी ने कोर्ट में दलील दी कि आधार के लिए बायोमैट्रिक डेटा (finger Impression) लेना लोगों की निजता का हनन है।
1 जनवरी 2013 को आधार प्रोजेक्ट भारत देश में 51 जिलों में लागू कर दिया गया। 23 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कुछ विभागों ने आधार को अनिवार्य करने वाले सर्कुलर जारी किए हैं। इसके बावजूद आधार कार्ड नहीं बनवाने वाले लोगों को इसकी वजह से कोई नुकसान नहीं होना चाहिए। 9 अक्टूबर को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने आधार बेस्ड पेमेंट सिस्टम की शुरुआत की।
मार्च 2014 में UIDAI के चेयरमैन नीलेकणी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। नई सरकार बनने के बाद जून 2014 में IT Department ने आधार कार्ड प्रोजेक्ट पर फीडबैक लेने के लिए राज्य के सचिवों की बैठक बुलाई। इसके बाद 5 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी ने आधार प्रोजेक्ट जारी रखने की घोषणा कर दी। इस दौरान आधार प्रोजेक्ट पर सुनवाई करते हुए 24 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि आधार नंबर न होने की सूरत में किसी व्यक्ति को ऐसी किसी सुविधा से वंचित नहीं रखा जाएगा, जिसका वह अन्य स्थिति में हकदार होता है। आधार अनिवार्य नहीं है, ये बताने के लिए सरकारी विभाग अपने फार्म्स और सर्कुलर्स में संशोधन करें।
मार्च 2015 में सरकार ने आधार से लिंक्ड डिजीलॉकर सर्विस शुरू की। इस सर्विस के तहत लोग अपने डॉक्यूमेंट की स्कैन कॉपी क्लाइड पर सेव कर सकते हैं। 16 मार्च, 2015 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारें 23 सितंबर, 2013 को दिए गए कोर्ट के आदेश का पालन करेंगी।
Aadhar Card Kab Se Lagu Hua Hai आगे की कहानी-
11 अगस्त, 2015 को सुप्रीम कोर्ट ने आधार की अनिवार्यता को सिर्फ एलपीजी और राशन की सब्सिडी तक सीमित कर दिया। इस दौरान कोर्ट ने कहा कि भारत सरकार रेडियो, टीवी और प्रिंट मीडिया में बड़े पैमाने पर प्रचार करे कि किसी नागरिक के लिए आधार कार्ड बनवाना अनिवार्य नहीं है।
3 मार्च को सरकार ने आधार बिल को धन विधेयक के रूप में संसद लोकसभा में पेश किया। 11 मार्च को इस बिल को लोकसभा ने पास कर दिया गया। राष्ट्रपति की स्वीकृत के बाद आधार बिल कानून बन गया। 10 मई को कांग्रेस नेता जयराम रमेश बिल को वित्त विधेयक के रूप में पास करने को चुनौती देते हुए कोर्ट पहुंचे। 14 सितंबर को कोर्ट ने छात्रवृत्ति के लिए आधार अनिवार्य करने को गलत बताया।
5 जनवरी को कोर्ट ने कहा कि डेटा जमा करने की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी को देना ठीक नहीं है। 15 दिसंबर को आधार की डेडलाइन को 31 मार्च 2018 कर दिया। मार्च 2017 में सरकार ने आयकर अधिनियम में एक नया सेक्शन 139-AA शामिल किया और पैन कार्ड के साथ-साथ आयकर रिटर्न फाइल करने के लिए आधार को अनिवार्ट कर दिया।
भारत में सबसे पहले आधार कार्ड किसका बना (First Aadhaar Card in India)?
भारत में पहला आधार कार्ड 29 सितंबर 2010 को रंजना सोनावाने का बना था। रंजना सोनावाने महाराष्ट्र की रहने वाली एक महिला हैं। उस दौरान उनका निवास स्थान महाराष्ट्र के नंदुबार जिले के तंभाली में था, जो कि पुणे से लगभग 470 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
जब भारत का पहला आधार कार्ड बना था तब कांग्रेस कि सरकार थी। आधार कार्ड को बनाने का प्रारंभ महाराष्ट्र के नंदुबार जिले के तंभाली गांव से ही शुरू हुआ था। रंजना सोनावाने को उनका पहला आधार कार्ड कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मौजूदगी में दिया गया जो कि अपने आप में एक ऐतिहासिक समय था।
आधार कार्ड कैसा होता है ?
आधार कार्ड लेमिनेटेड कागज पर प्रिंट किया गया आयताकार आकार का दस्तावेज़ होता है जिसे नीचे देखा जा सकता है। यह कार्ड, आधार कार्ड जारी करने वाली संस्था Unique Identification Authority of India द्वारा आधार कार्ड धारक के घर पर भेजा जाता हैं।
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FAQs: Aadhar Card Kab Se Lagu Hua | आधार कार्ड भारत में कब लागू हुआ
1-भारत में सबसे पहला आधार कार्ड किसका बना था ?
भारत में पहला आधार कार्ड रंजना सोनावाने का बना था जो महाराष्ट कि रहने वाली है।
2-भारत में सबसे पहला आधार कार्ड कब बना था ?
भारत का पहला आधार कार्ड 29 सितंबर 2010 को बना था।
3-आधार कार्ड का जनक कौन है?
आधार कार्ड जनक नंदन एम. नीलेकणी हैं जिनको UIDAI का पहला अध्यक्ष नियुक्त किया गया था
4-क्या आधार कार्ड नागरिकता का प्रमाण है?
आधार कार्ड भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र नहीं है।आधार कार्ड सिर्फ एक पहचान प्रमाण पत्र है।
5-आधार कार्ड कब से बनना शुरू हुआ ?
आधार कार्ड 29 सितंबर 2010 से बनना शुरू हुआ था।
6-आधार कार्ड कब लागू हुआ ?
आधार कार्ड 28 जनवरी 2009 से लागू हुआ है।